जीएम संध्याकालीन, महाविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण के लिए रवाना।

जीएम संध्याकालीन, महाविद्यालय, हजारीबाग के द्वारा दो दिवसीय  शैक्षणिक भ्रमण के लिए महाविद्यालय के सचिव शंभू कुमार ने हरी झंडी दिखा कर पावापुरी,नालंदा विश्वविद्यालय, राजगीर के विभिन्न पर्यटक स्थलों, के लिए रवाना किए। महाविद्यालय सचिव शंभू कुमार ने कहा कि शैक्षणिक भ्रमण के माध्यम से हम प्रकृति और मनुष्य के सह संबंधों को बेहतर तरीके से समझ सकते है।

विद्यार्थियों  को वास्तविक दुनिया के अनुभव प्रदान करना है जो कक्षा में पढ़ाए जाने वाले विभिन्न विषयों और अवधारणाओं की उनकी समझ को बढ़ाते है। इन यात्राओं को शैक्षणिक और मनोरंजक दोनों तरह से डिजाइन किया गया है, जो छात्रों को उनके ज्ञान को बढ़ाने के लिए एक व्यावहारिक संदर्भ प्रदान करते हैं।

महाविद्यालय प्राचार्य विनय कुमार ने कहा कि शैक्षणिक भ्रमण का शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्व है। प्रकृति की सुंदरता से रूबरू होते है। मानव के सुन्दर कलाकृतियों से परिचित होते हैं,साथ ही साथ कुदरत की कुछ रहस्यों से भी परिचित होते जिसमें हमारे ज्ञान में वृद्धि होती है।

शैक्षणिक भ्रमण के दौरान परोक्ष नहीं बल्कि प्रत्यक्ष रूप से देखते है,जिससे ज्ञान स्थाई होते हैं,जिसके लिए यह शैक्षणिक भ्रमण  मनोरंजन के माध्यम से शिक्षा का सबसे अच्छा माध्यम है। भूगोल विभागाध्यक्ष दीपेंद्र कुमार ने विभिन्न पर्यटक स्थलों की जानकारी देते हुए कहा कि शैक्षणिक भ्रमण से सभी पहलुओं को देख कर जानकारी प्राप्त होती है। इस शैक्षणिक भ्रमण को सफल में महाविद्यालय   प्रभारी पंकज कुमार,नीलिमा कुजूर का सराहनीय योगदान रहा।

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