शंकरपुर में दर्दनाक हादसा मां-बेटे की मौत, सदर विधायक ने परिजनों को दिलाया न्याय का भरोसा, आक्रोशित लोगों को शांत कराया।

शंकरपुर में सोमवार शाम एक दर्दनाक सड़क हादसे में 8 वर्षीय अमन कुमार और उनकी मां लीला की मौत हो गई। यह हृदय विदारक घटना तब हुई जब लीला देवी डीपीएस स्कूल से अपने बेटे अमन, जो कक्षा 4 का छात्र था, को लेकर स्कूटी से घर लौट रही थीं। स्कूल से महज 200 गज की दूरी पर एक तेज रफ्तार हाईवे ने उन्हें कुचल दिया, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतका लीलावती के पति कोडरमा में सरकारी विभाग में कार्यरत हैं। इस दुर्घटना से पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल बन गया। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए और प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ विरोध करने लगे।

घटना की सूचना मिलते ही सदर विधायक प्रदीप प्रसाद घटनास्थल पर पहुंचे। वहां मौजूद आक्रोशित लोगों को समझाते हुए उन्होंने कहा यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मै इस मामले में पीड़ित परिवार के साथ खड़े हूं इस मार्ग पर जल्द ही ट्रकों एवं हाईवे के लिए नो एंट्री की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। स्थानीय लोग प्रशासनिक व्यवस्था और सड़क पर ट्रकों की तेज रफ्तार को लेकर नाराज थे। उन्होंने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। सदर विधायक ने प्रदर्शनकारियों से शांत रहने की अपील की और प्रशासनिक अधिकारियों को तुरंत मौके पर बुलाकर लोगों की समस्याओं का समाधान निकालने का आश्वासन दिया।

सदर विधायक ने कहा आपका गुस्सा जायज़ है, लेकिन हमें मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर मैं सुनिश्चित करूंगा कि इस सड़क पर ट्रकों की नो एंट्री का सख्ती से पालन हो। इसके साथ ही, दोषी वाहन चालक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आक्रोशित लोगों को शांत करने के बाद विधायक ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने परिवार को सांत्वना देते हुए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़ित परिवार को तुरंत उचित मुआवजा प्रदान किया जाए और सभी जरूरी प्रक्रियाओं को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाए।

प्रशासन से की प्रमुख मांगें

विधायक ने अधिकारियों से आग्रह किया कि इस मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही को रोकने के लिए तुरंत प्रभावी कदम उठाए जाएं। स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेत दुर्घटनास्थल और आसपास के क्षेत्रों में स्पीड ब्रेकर और स्पष्ट चेतावनी संकेत लगाने की मांग की। सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस मार्ग पर पुलिस गश्ती बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।

घटना के बाद पूरे इलाके में मातम का माहौल है। परिजनों ने बताया कि लीलावती अपने बेटे अमन को लेकर उसके उज्ज्वल भविष्य के सपने देख रही थीं, लेकिन यह हादसा उनके सपनों को भी छीन ले गया। जनप्रतिनिधि ने इस दुखद घड़ी में परिजनों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।

इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा की अनदेखी और प्रशासनिक लापरवाही को उजागर किया है। सदर विधायक ने अंत में कहा मैं इस घटना से बहुत आहत हूं और वादा करता हूं कि यह मामला सिर्फ एक औपचारिकता बनकर नहीं रहेगा। जल्द ही इस मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।

Leave a Comment

7k Network