
विश्व एड्स दिवस के अवसर पर, ज्ञान ज्योति कॉलेज ऑफ फार्मेसी, पैरामेडिकल और नर्सिंग, हजारीबाग द्वारा विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एड्स के प्रति समाज को जागरूक करना और इस गंभीर बीमारी से संबंधित मिथकों को दूर करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत नर्सिंग के छात्रों द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक से हुई, जिसमें एड्स की रोकथाम, इसके लक्षण, उपचार, और संक्रमण से बचाव के उपायों को प्रभावी ढंग से दर्शाया गया। इस नुक्कड़ नाटक ने दर्शकों को एड्स के प्रति संवेदनशील बनाने और इसकी रोकथाम में उनकी भूमिका के महत्व को समझाने का काम किया।
इसके बाद फार्मेसी और पैरामेडिकल विभाग के छात्रों ने एड्स जागरूकता पर आधारित एक सेमिनार में भाग लिया। सेमिनार में छात्रों ने विशेषज्ञों के साथ मिलकर एड्स के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। इस दौरान यह बताया गया कि एड्स एक वायरस (HIV) के कारण होता है, जो असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित रक्त का उपयोग, और सुइयों के साझा उपयोग से फैलता है।

कॉलेज के निदेशक श्री शंभु कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि एड्स के प्रति समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करना और लोगों को इसके प्रभाव से बचाना बेहद जरूरी है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी हम सबकी है। निदेशक महोदय ने सभी छात्रों को शपथ दिलाई कि वे अपने आसपास के लोगों को एड्स के प्रति जागरूक करेंगे और कम से कम 5 लोगों से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लेकर एक डेटा तैयार करेंगे, जिससे समाज में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ेगी।
कार्यक्रम में सभी संकाय सदस्य – नीतू सिन्हा, अनीता कुमारी, पूजा कुमारी, पूजा गुप्ता, मनोज मेहता, शिल्पा, मारिया जबीन, सुमंतो प्रसाद, रंजीत कुमार और सुगंती पटेल ने सक्रिय रूप से भाग लिया और इसे सफल बनाने में योगदान दिया।
इस अवसर पर विद्यार्थियों और शिक्षकों ने मिलकर यह संदेश दिया कि एड्स के खिलाफ लड़ाई में जागरूकता और शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण हथियार हैं। कार्यक्रम ने न केवल छात्रों बल्कि समुदाय के लोगों को भी एड्स की गंभीरता और इसे रोकने के उपायों के प्रति जागरूक किया।
यह आयोजन ज्ञान ज्योति कॉलेज की समाज के प्रति जिम्मेदारी और स्वास्थ्य जागरूकता के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
