शिक्षा एक ऐसी चीज है जो दीर्घकालीन तक हमारे साथ रहती है : जमींअतुल उलेमा हज़ारीबाग के सचिव मौलाना साकिलूर्रहमान
शिक्षा ही इंसान को अंधकार से उजाले की ओर ले जाता है :उस्ताद मौलाना काफिलुर्रहमान
दारुल उलूम कासमिया असरफा आबाद बकसपुरा हज़ारीबाग मे दिनी और दुनियावी तालीम मे बेहतर प्रदर्शन कर रही है :मदरसे के संचालक मौलाना सकिलूर्रहमान

दारुल उलूम कासमिया असरफा आबाद बकसपुरा हज़ारीबाग मे शिक्षा प्रदर्शन, तालीमी बेदारी व इस्लाहे मुआसरा को लेकर जलसा का आयोजन हुवा जिसका मुख्य अतिथि नायखाप पंचायत के मुखिया पुष्पा देवी रही।दारुल उलूम कासमिया असरफ आबाद बकसपुरा हज़ारीबाग गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रही है और लगभग सेकड़ो बच्चे अभी तक कुरान का (हाफिज),हिंदी दसवीं पास करवा चुकी है।
दारुल उलूम कासमिया असरफा आबाद बकसपुरा हज़ारीबाग के संचालक मौलाना साकिलूर्रहमान कासमी हज़ारीबाग और मुख्य अतिथि के हाथो वितरण अच्छे प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत अथवा गरीब असहाय बच्चों को कपड़े और आर्थिक सहयोग, किताब दिया गया।तालीमी बेदारी व इस्लाहे मुआसरा को लेकर मदरसा मे जलसे का कार्यक्रम दारुल उलूम कासमिया असरफा आबाद बकसपुरा हज़ारीबाग मे आयोजन किया गया।

जलसे में तकरीर पेश करते हुवे कहा कि तालीम वो है, जो इंसान को अल्लाह से मिलाता है। जो जीने का सलीका भी सिखाता है। बगैर तालीम के इंसान अंधे के बराबर है। यह बातें मदरसे के संचालक मौलाना सकिलूर्रहमान कासमी ने अपने तकरीर में कही। तालीमी बेदारी और इस्लाहे मुआसरा को लेकर आयोजित एक दिवसीय जलसे के मौके पर अपनी तकरीर मे मदरसे के संचालक ने कहा कि अल्लाह ने इंसान को सभी प्राणी में सर्वोच्च बनाया है। इसलिए इंसान की जिम्मेदारी बनती है कि वो तमाम इंसानों की बेहतर रहनुमाई करे।
तकरीर में कहा कि हर इंसान को चाहिए कि वो यतीम, जरूरतमंद, बुजुर्ग, गरीब और अपाहिज के साथ ना केवल बेहतर सलूक करें। बल्कि उसकी हर मुमकिन मदद भी करे। अनाथ बच्चों के साथ पूरी हमदर्दी के साथ पेश आएं। जो अनाथ की मदद करेगा, अल्लाह उस पर रहम करेगा। जलसे में मौजूद उलेमाओं ने शिक्षा के महत्व और समाज में फैली विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचने की बात कही।
जलसा को संबोधित करने वाले मौलाना इनामूल हक, मौलाना मसीहउद्दीन, मुजफ्फर इकबाल, मौलाना तौफीक, हाफिज तनवीर, मौलाना जाहिद, मौलाना कुर्सीद, हाजी कलन, मौलाना अफसर, हाफिज फ़ुजैल, हाफिज कुर्सीद, तल्हा मदनी, हाफिज दानिस, मौलाना जियाउल्लाह, मास्टर इमरान,शाहिद खान, सेकड़ो उलेमा उपस्थित थे।
