हजारीबाग; ताजुशरिया अरबी, उर्दू कोचिंग सेंटर मंडई में उर्स आला हजरत का हुआ आयोजन।

आज दिनांक 31 अगस्त 2024 को ताजुशरिया अरबी-उर्दू कोचिंग सेंटर में उर्स आला हजरत के अवसर पर हजरत कारी महमूद रजा नूरी की अध्यक्षता में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। समारोह की शुरुआत पवित्र कुरान की तिलावत से हुई और छात्रों ने एक के बाद एक नात और मनकीबत पेश की।

हज़रत हाफ़िज़ और कारी मुहम्मद अशरफ़ साहब ने कहा कि महान हज़रत मुजद्दिद दीन वा मिल्लत इमाम अहमद रज़ा मुहद्दिस बरेलवी (अलैहि रहमा) अपने ज्ञान, समझ, अंतर्दृष्टि और पूर्णता के मामले में चौदहवीं शताब्दी के हिजरी थे व्यक्तित्व। परम पावन को उनके अद्वितीय गुणों के लिए जाना जाता है, जहाँ एक ओर वह हाफ़िज़, कारी, विद्वान, मुफ्ती मुजदादी, शोधकर्ता, अनुवादक और टिप्पणीकार थे, वहीं दूसरी ओर वह अच्छे संस्कार पैगंबर के प्रति प्रेम वाले व्यक्ति थे। साथियों और अहले-बैत के प्रति प्रेम, धर्मपरायणता और संयम के साथ वह एक नौकर और गरीब आदमी था। आपकी धार्मिक, सामाजिक एवं धार्मिक गतिविधियों को देखकर पता चलता है कि आप स्वयं में एक संस्था थे।

अध्यक्षता करते हुए हजरत कारी महमूद रजा नूरी ने कहा कि हुजूर को पैगम्बर ﷺ का आश्रय प्राप्त था, वे पैगम्बर ‎‫ﷺ के दरबार में नात लिखकर जिस प्रेम का इजहार‬‎ करते थे, उसे सुनने की तबीयत होती है, नई ताजगी पैदा होती है विश्वास में आत्मा और परिपक्वता। 

इस कार्यक्रम में सैकड़ों छात्रों के साथ-साथ अहल-ए-सुन्नत के लोग भी शामिल हुए। अंत में सलातो वा सलाम कुल शरीफ़ और दुआ के साथ महफ़िल ख़त्म हुई।

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