
इन दिनों हजारीबाग में लगातार बिजली कटौती ने आमजन को परेशानी में डाल दिया है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक घंटों बिजली गायब रहने से लोग त्रस्त हैं। सबसे अधिक असर व्यापारियों और छात्रों पर पड़ रहा है। इसको लेकर लोगों में नाराजगी है।
इसी समस्या को लेकर हजारीबाग विद्युत कार्यपालक अभियंता सुब्रत बनर्जी ने एक प्रेस वार्ता आयोजित कर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि हजारीबाग डीवीसी (डैमोडर वैली कॉर्पोरेशन) कमांड क्षेत्र में आता है और वर्तमान में डीवीसी तकनीकी कारणों से बिजली की आपूर्ति कम कर रही है।
सिर्फ 25–30 मेगावाट बिजली मिल रही कार्यपालक अभियंता के अनुसार, हजारीबाग जिले को प्रतिदिन न्यूनतम 125 मेगावाट बिजली की आवश्यकता होती है, लेकिन वर्तमान में केवल 25 से 30 मेगावाट बिजली ही मिल पा रही है। इससे लोड सेटिंग करनी पड़ रही है, और बिजली कटौती की अवधि तय नहीं है, जिससे उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जब तक डीवीसी की तरफ से बिजली आपूर्ति सामान्य नहीं होती, तब तक यह स्थिति बनी रहेगी।
स्मार्ट मीटर को लेकर दी सफाई : स्मार्ट मीटर को लेकर उपभोक्ताओं की शिकायतों के जवाब में कार्यपालक अभियंता ने कहा कि स्मार्ट मीटर पूरी तरह से उच्च गुणवत्ता युक्त और भरोसेमंद हैं। इनमें गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है, इसलिए उपभोक्ताओं को डरने की जरूरत नहीं है। जिले में अब तक 19,438 स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।
समस्याओं के समाधान के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
जनता की समस्याओं के समाधान के लिए विभाग ने दो हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं: स्मार्ट मीटर संबंधित जानकारी के लिए: 8863838339 अन्य विद्युत समस्याओं के लिए: 9431707881
जल्द सुधरेगी बिजली आपूर्ति – ग्रिड कार्य प्रगति पर
शहरी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की स्थिति सुधारने के लिए भेलवारा ग्रिड का निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है। वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलते ही यह ग्रिड सेवाएं देना शुरू कर देगा। इसके साथ ही पकरी बरवाडीह ग्रिड का कार्य भी तेज़ी से चल रहा है। वहीं शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लेबलिंग का कार्य भी जारी है। विभाग का दावा है कि जल्द ही हजारीबाग वासियों को बिजली आपूर्ति में सुधार देखने को मिलेगा।
वर्तमान में बिजली कटौती एक गंभीर समस्या बनी हुई है, लेकिन विभाग इसे सुधारने के लिए सक्रिय रूप से प्रयासरत है। जनता को थोड़े समय के लिए संयम बरतने की अपील की गई है।
