सीमा सुरक्षा बल के प्रशिक्षण केन्द्र मेरु में सीमा सुरक्षा बल का 59वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।

सीमा सुरक्षा बल के प्रशिक्षण केन्द्र मेरु में सीमा सुरक्षा बल का 59वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।

सीमा सुरक्षा बल के 59 वें स्थापना दिवस पर देश की सीमाओं के निष्ठावान एवं साहसी प्रहरियों को सलाम :,गृहमंत्री

सीमा सुरक्षा बल के प्रशिक्षण केन्द्र, मेरु में सीमा सुरक्षा बल की 59 वां स्थापना दिवस 1 दिसम्बर को धूमधाम से मनाया गया। जो  हजारीबाग के लिए बेहद खुशी और गर्व की बात है। बीएसएफ, मेरू के रानी झांसी परेड ग्राउंड में आयोजित स्थापन दिवस के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह थे। मुख्य अतिथि परेड स्थल पर 10:15 बजे पहुंचे जहां उन्होंने बल के जवानों के परेड की सलामी ली। 

मुख्य अतिथि अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि सीमा सुरक्षा बल के जवान दुर्गम भौगोलिक परिवेश में देश की सीमा रेखा पर तैनात होकर देश की सुरक्षा में डटे रहते है चाहे वह उतर भारत के माईनस 35 डीग्री तामपान या 45 डिग्री प्रचंड गर्मी व गुजरात की दलदल सीमा तट की बात हो बीएसएफ अपनी ड्यूटी ईमानदारी व नि निष्ठा पूर्वक करती है। इनकी इस कठिन ड्यूटी के कारण हम सभी देशवाशियों चैन से रह रहे है। ये हमारे लिए गर्व की बात है कि बीएसएफ जैसे बल हमारे देश के प्रथम पंक्ति में रहकर सुरक्षा कर रहे है। 

उक्त बातें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हज़ारीबाग के मेरु कैम्प में बल के 59वां स्थापना दिवस पर अपने संबोधन में कहा। साथ ही साथ उन्होंने ने कहा कि जिस देश की सीमा सुरक्षित नही होती है। उस देश का विकास अवरुद्ध हो जाता है और हमे आज गर्व है कि हमारे देश की सेना सीमा की सुरक्षा मुस्तैदी से कर रहे है।आज देश विश्व का पांचवां बड़ा अर्थव्यस्था में पहुंच चुका है इसमें सेना की भूमिका सराहनीय है। इस घड़ी में स्वतंत्रता सेनानी सरस्वती देवी, रामनारायन बाबू व जयप्रकाश नारायण को नमन करते हुए याद किया।

देश के प्रहरियों को किया सलाम :-

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के द्वारा लागू ‘एक सीमा एक बल’ की नीति को अपनाते हुए बीएसएफ के जवान सीमा पर मुस्तैद रहते हुए अपनी कर्तव्य को बखूबी निभाते हुए दुश्मन के नाकाम इरादों को विफल करते आ रहे है। साथ ही साथ संयुक्त राष्ट्र मिशन में भी हमारे बल ने अहम भूमिका निभा रहा है। देश की सीमाओं के निष्ठावान एवं साहसी प्रहरियों को सीमा सुरक्षा बल के 59 वीं स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि ने सलाम कहा। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहीं भी राजनीति मुद्दों की बात नही कही।

परेड में सीमा सुरक्षा बल की विभिन्न सीमाओं से चयनित सीमा प्रहरियों की टीम बनाई गई थी। परेड में 12 पैदल टीम ने मार्च पास्ट किया। इसमें महिला प्रहरी टुकड़ी, सुसज्जित अधिकारी और सैनिक मुख्य रूप से शामिल थे। इसके अलावे ऊंट टुकड़ी और ऊंट बैंड, घुड़सवार टुकड़ियां, डॉग स्क्वाड और संचार टुकड़ी शामिल थी, जो बल द्वारा बनाई गई तकनीकी प्रगति को प्रदर्शित कर रही थी। टीएसयू, सेनवॉस्टो, आईसीटी, एयर विंग और बीआईएएटी की झांकियां प्रदर्शित की गईं।

वहीं बंगलादेश की सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के नन्हे मुन्ने बच्चों के द्वारा योग के आश्चर्यजनक कारनामे प्रस्तुत किया गया।इन बच्चों को बीएसएफ के द्वारा गोद लिया गया गया है। वही स्वान डॉग को नक्सल प्रभावित क्षेत्र में मिशन को सफल बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है । इन प्रशिक्षित डॉग के कारनामें का भी प्रदर्शन कराया गया। 

मुख्य अतिथि ने ट्रॉफी देकर किया सम्मानित:- गृहमंत्री ने बीएसएफ के  उन बहादुरों  जवान जिन्होंने अपने ड्यूटी के दौरान अपने कर्तव्य को निभाते हुए शहीद हुए है । उनके माता व उनके पत्नी को  वीरता के लिए पुलिस पदक देकर  सम्मानित किया। इनमे से  जमशेदपुर के रविशंकर दुबे की मां योगमाया देवी, धनबाद से शाहिद इशरेल की मां  खैरुन निशा, छतीसगढ़ से टुनेश्वर यादव की पत्नी दीपा यादव, असम से बिपुल बाड़ा की पत्नी दीपा बाड़ा को गलेंट्री अवार्ड देकर सम्मानित किया। 

इसके अलावा सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मियों को उनकी सेवाओं के लिए विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक। उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए 16 बटालियन बीएसएफ को प्रतिष्ठित जनरल चौधरी ट्रॉफी प्रदान की गई। महानिदेशक’: वामपंथी उग्रवाद ऑपरेशन के लिए बैनर: 142 बटालियन बीएसएफ को प्रदान किया गया और डीजी’: सर्वश्रेष्ठ फील्ड जी टीम के लिए ट्रॉफी एफजीटी कुपवाड़ा को प्रदान की गई। सर्वश्रेष्ठ सीमा प्रबंधन और अश्विनी के लिए महाराणा प्रताप ट्रॉफी प्रदान किया गया।खेल और प्रशिक्षण में उत्कृष्टता के लिए ट्रॉफी फ्रंटियर बीएसएफ जम्मू को प्रदान की गई। अवार्ड व सम्मान कार्यक्रम के बाद  मुख्य अतिथि ने बल की वार्षिक बॉर्डरमैन’ पत्रिका का भी विमोचन किया।

दस वर्ष में मोदी सरकार ने सीमा सुरक्षा का किया है पुख्ता इंतजाम:- सीमा सुरक्षा में बीएसएफ की अहम भूमिका रहती है । हमारी सुरक्षा करने में 1900 से अधिक जवान शहीद हो गए है। इनकी कर्तव्य निष्ठा को और सुदृढ करने के लिए मोदी सरकार के 10वर्षों में सीमा सुरक्षा का और अधिक पुख्ता इंतजाम किया गया है। इनके कारण ही आज देश के 1.30 करोड़ भारतवाशी सुरक्षित है। देश की  सुरक्षा,विकास, लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुदृढ हमारी सरकार ने किया है। इसके साथ साथ सीमावर्ती गावँ में कल्यानपरक कार्य रेल ,सड़क ,दूरसंचार आदि की व्यापक व्यवस्था की गई है। इससे बल को सीमा पर काफी मदद मिल रही है।

शुक्रवार की सुबह किया था कैम्प के आंतरिक भ्रमण: 

स्थापना दिवस के अवसर पर भाग लेने के लिए  केंद्रीय गृहमंत्री 30 नवम्बर को ही मेरु कैम्प पहुंचे थे। जहां रात्रि विश्राम के बाद उन्होंने शुक्रवार की सुबह बीएसएफ कैम्प के आंतरिक भाग का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने कैम्प के अंदर झील अन्य प्रशिक्षण केंद्र पहुंचे। 

बीएसएफ के अंदर 6000 हेक्टेयर में फैले वन को देख बहुत रोमांचित हुए। इस पर उन्होंने कहा कि आज इतना बड़ा क्षेत्र में वन की सुरक्षा करना बहुत बड़ी बात है। देशवाशियों से वन की रक्षा करनी एवं वृक्ष लगाने की अपील किया है। उक्त जानकारी हज़ारीबाग सांसद जयंत सिन्हा ने दी। इस परेड में भाजपा प्रेदश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी , सांसद सुनील सिंह, विधायक जयप्रकाश भाई पटेल व अमित यादव भी मौजूद थे।

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